पटना के महावीर मंदिर के शुद्ध देसी घी से जलेगा अयोध्या में श्री रामलला का अखंड दीप

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला के अस्थायी मंदिर में अखंड दीप जलाने का कार्य शुरू हो गया है। अभी दीप सामान्य घी से जल रहा है। महावीर मंदिर न्यास समिति, पटना की ओर से रामलला का अखंड दीप गाय के शुद्ध देसी घी से प्रज्ज्वलित करने का निर्णय लिया गया है। 

दीप जलाने के लिए शुद्ध घी का उपयोग करने का सुझाव

समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर मंदिर न्यास ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय व श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को अखंड दीप जलाने के लिए शुद्ध घी का उपयोग करने का सुझाव दिया था। 

गाय के शुद्ध देसी घी का किया गया प्रबंध

आचार्य ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से अनुमति मिलने के बाद महावीर मंदिर पटना ने गाय के शुद्ध देसी घी का प्रबंध किया है। नैवेद्यम प्रसाद बनाने के लिए कर्नाटक मिल्क फेडरेशन का नंदिनी घी बेंगलुरु से मंगाया जा रहा है। इसी तर्ज पर बेंगलुरु से गाय का शुद्ध देसी घी मंगवा कर इसका उपयोग अखंड दीप जलाने के लिए किया जाएगा। अनंत चतुर्दशी के दिन से बेंगलुरु से मंगाए जा रहे घी का उपयोग किया जाएगा। अखंड दीप जलाने के लिए 25 टिन अर्थात 375 किग्रा घी बेंगलुरु से आया है। अनंत चतुर्दशी पर होने वाली पूजा-अर्चना व अखंड दीप प्रज्ज्वलन के समय वे अयोध्या में मौजूद रहेंगे। 

रामलला को लगता है 'गोविंद भोग' चावल का भोग

आचार्य किशोर कुणाल ने बताया, महावीर मंदिर पटना का रामलला से गहरा जुड़ाव रहा है। रामलला को भोग लगाने के लिए मोकरी के गोविंद भोग चावल का उपयोग किया जाता है।  महावीर मंदिर ने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये देने की बात कही है। उसमें से दो करोड़ रुपये दो अप्रैल को ही चेक द्वारा दिए जा चुके हैं। अयोध्या में मंदिर निर्माण में महावीर मंदिर का भी अहम योगदान होगा। 

Dainik Jagran 

बिहार दर्शन: गया में फल्गु नदी के पास स्थित विष्णुपद वेदी | Vishnupad Vedi near Falgu River at Gaya: Bihar Darshan

गया की फल्गु नदी के पास पितरों की आत्मिक शांति के लिए तर्पण करने की पवित्र व पुनीत परंपरा है। यहीं पर ‘विष्णुपद वेदी'' स्थित है, जहां जीवित व्यक्ति भी अपना पिंडदान कर सकते हैं...

विष्णुपद वेदी में मिलेगी मुक्ति...

गया इस अर्थ में बहुचर्चित और प्रतिष्ठित है कि यहां पुरखों का पिंडदान किया जाता है। फल्गु नदी के पास स्थित विष्णुपद वेदी के चलते इस स्थान की महत्ता बहुत अधिक है। मान्यता है कि धार्मिक अभिरुचि वाली दो बहनों- ‘मरीचि’ और ‘धर्मवार्ता’ ने कठिन तप कर सृष्टि के रचनाकार ब्रह्मा जी को प्रसन्न कर दिया। ब्रह्मा जी ने वरदान दिया, जिससे धर्मवार्ता ‘धर्मशिला’में परिवर्तित हो गईं और उन्हें भगवान विष्णु के साथ पूजे जाने का गौरव मिला।

धर्मशिला तले है गया

कहते हैं कि विष्णु जी की कृपा से राक्षसराज गयासुर को ‘धर्मशिला’ के नीचे निवास करने की जगह मिली। यहां विष्णु का दाहिना पैर टिका है। गयासुर को भगवान विष्णु का वरदान मिला कि इस स्थान को ‘पितरों का तीर्थ’ माना जाए। मान्यता ये भी है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के भाई भरत ने यहीं पर पितरों की मुक्ति के लिए पूजा की थी। जनश्रुति के अनुसार, कोई भी व्यक्ति इस जगह पर नियमित तौर पर एक महीने तक विष्णु जी को तुलसीदल अर्पित करे तो उसे प्रभुकृपा प्राप्त होती है।

ऐतिहासिक महत्व का पूजास्थल

शुरुआत में विष्णुपद वेदी का भवन सुर्खी और चूने से बनाया गया था। तकरीबन 250 साल पहले इंदौर की तत्कालीन महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने भवन का जीर्णोद्धार कराया, इसके बाद पूजास्थल को वर्तमान स्वरूप मिला। गर्भगृह के बीचो-बीच एक वृत्ताकार स्थान पर सभी प्रतीक चिह्--नों और रेखाओं के साथ विष्णु के दाहिने पद (पैर के तलवे) का आकार उकेरा गया है।

खास बात ये कि गर्भगृह में किसी भी प्रतिमा की स्थापना नहीं की गई है। गयासुर के शरीर पर स्थापित धर्मशिला और उसके ऊपर विष्णु के दाहिने पैर का निशान है, इसलिए इसे वेदी की संज्ञा मिली। गर्भगृह से जुड़ा विभिन्न स्तूपों का बड़ा-सा बरामदा है, जहां तीर्थयात्रियों के दर्शन के लिए प्रवेश मार्ग बनाया गया है।

PM CARES to fund two 500-bed Makeshift Covid hospitals in Bihar

There is a very good news for people in Bihar. Central Govt's initiative called "PM Cares Fund" will be funding construction of two makeshift Covid19 specialized treatment hospitals in Bihar. The hospitals will 500 beds each. One such makeshift hospital will be in Patna and another in Muzaffarpur. The Patna hospital is inaugurated today and Muzaffarpur hospital will be inaugurated soon. 

You can read detailed news about this event here on TOI. 



About IPS Vinay Tiwari, SP, Patna (Central)

Vinay Tiwari is a young IPS Officer who is currently in news due to Sushant Singh's death probe. Vinay Tiwari is Patna (Central) Superintendent of Police. 

Vinay Tiwari was born in UP. He has an impressive academic career. Before joining civil services, he completed his civil engineering course from IIT-BHU and worked as an assistant manager in JSPL in the final year of his engineering course.

In 2019, Tiwari became the SP of Patna Central. Recently, he came to news for his penchant in writing and reciting after he released his poem recitation on Coronavirus. Reports said he is also writing a book titled Mathematics and Principal of Life.

Check out his tweet at: https://twitter.com/IPSVinayTiwari/status/1287411018876911617

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